हमारे समाज का धार्मिक उत्थान हुआ ही नहीं है हमारे समाज का धार्मिक उत्थान हुआ ही नहीं है
फिर वो वक़्त भी आ गया जब काउंटडाउन शुरू हो गया और गगणयान धरती की सतह से ऊपर उठ गया फिर वो वक़्त भी आ गया जब काउंटडाउन शुरू हो गया और गगणयान धरती की सतह से ऊपर उठ गय...
वे आज भाभी के लिए लाते हैं। वो कोई और नहीं, मेरे पिता हैं। वे आज भाभी के लिए लाते हैं। वो कोई और नहीं, मेरे पिता हैं।
यह था सिद्धार्थ का प्यार........और उसकी प्यार की राह .... यह था सिद्धार्थ का प्यार........और उसकी प्यार की राह ....
यह कहानी महत्वाकांक्षाओं और हड़बड़ी से भरे, सूचना से ओत प्रोत हमारे समय में प्रेम के बदलते रूपों की क... यह कहानी महत्वाकांक्षाओं और हड़बड़ी से भरे, सूचना से ओत प्रोत हमारे समय में प्रेम...
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